A short story about friendship: Here is the story
नमस्कार दोस्तों,
द स्टोरी टेलर में आपका एक बार फिर स्वागत है , उम्मीद है आप अच्छे होंगे | आज हम आपके लिए एक छोटी सी दोस्ती की कहानी लेकर आये है अभी एक ही कहानी है आगे हम और कहानी भी इसमें जोड़ते रहेंगे, तो हमसे जुड़े रहे और अपडेट जाँच करते रहे |
Hello Friends,
Welcome to the storyteller, a unique place to get free short stories in hindi and english. Here we are writing a story on friendship, we have some more story in a raw, till now enjoy this and stay connected with us, we will update soon.
मित्रता की परीक्षा ( छोटी दोस्ती की कहानी )
सोनू और रामू बहुत अच्छे दोस्त थे दोनों राजनगर ग्राम में रहते थे | दोनों बहुत हे समझदार और बड़े विनम्र थे , एक दिन दोनों जंगल में लकड़ी लेने गए | काफी दूर चलने के बाद उन्हें एक सूखा पेड़ मिला जो टूटने वाला था |
दोनों ने पेड़ को जड़ से काटना शुरू किया | एक तरफ से सोनू और एक तरफ से रामू कुल्हाड़ी से पेड़ पर मारने लगे | जल्द ही वो सूखा पेड़ हिलने लगा पर उस से काफी तेज़ टूटने की आवाज आने लगी , दोनों एक तरफ आ गए और पेड़ को धक्का देने लगे पड़े धीरे धीरे एक तरफ झुकने लगा और बहुत तेज़ धवनि के साथ पेड़ गिरा |
दोनों उत्साह से चिल्लाये |
पेड़ के टूटने और उनकी चीख से एक भालू ने जोर से आवाज लगाई और उनकी तरफ आने लगा | दोनों दोस्त डर गए | अब वो क्या करें यहाँ सोचने लगे रामू ने कहा की भागते हैं पर वो बहुत थक चुके थे और इतना तेज़ नहीं भाग सकते थे की भालू उनको न पकड़ सके |
फिर रामू ने कहा की दोनों भालू से लड़ते हैं पर सोनू डर गया और वो बगल में एक पेड़ पर चढ़ने की बात कहने लगा, परन्तु रामू को पेड़ पर चढ़ना नहीं आता था सोनू फटाफट पेड़ पे चढ़ गया | रामू अब सोचने लगा की वह क्या करे भालू नजदीक आ रहा था | फिर उसे एक विचार आया और वो चुप जोके जमीं पर लेट गया भालू के आने पर उसने साँस भी रोक ली ताकि वो मारा हुआ लगे |
भालू उसके चारोओर घुमा फिर उसके कान में कुछ खुसुर फुसुर दो चक्कर लगा और सूंघ के चल दिया | भालू के चले जाने की बाद सोनू पेड़ से उतरा और रामू से पूछने लगा की सब ठीक है भालू तुम्हारे कण में क्या कर रहा था |
रामू ने कहा की वो कह रहा था की जो दोस्त जरुरत में काम न आये वो दोस्त नहीं होता| और ये कहते हुए वो एक लकड़ी उठा कर चल दिया | सोनू इस बात से बहुत लज्जित हुआ और वो भी एक लकड़ी लेके रामू के पीछे पीछे चल दिया |
लज्जित सोनू ने घर आकर रामू से माफ़ी मांगी और फिर ऐसा ना होने का वडा का वादा किया | रामू ने उसे माफ़ कर दिया और वो फिर से अच्छे दोस्त बन गए |
So, friends, this was a short friendship story in hindi. We will update you with some more story so stay connected with us. In the next update, we will write a short story about friendship with a moral and short story about friendship and love and many more.
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